घरों तक पहुंचेगा सरकारी बैंक , मिलेगी जमा निकासी सुविधा

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 अब सरकारी बैंक आपके दरवाजे तक पहुंचेंगे। इस वर्ष अक्टूबर से ग्राहक घर पर भी नकदी जमा कराने और निकासी की सुविधा ले सकेगें। शुरुआत में 100 शहरों में यह सुविधा उपलब्ध होगी। इस काम के लिए अलग से डोरस्टेप बैंकिंग एजेंट नियुक्त किए जाएंगे। देश के सभी सरकारी बैंक डोरस्टेप बैकिंग सुविधा देगें। घर के दरवाजे पर वित्तीय सेवा हासिल करने के लिए मामूली शुल्क भी देना पड़ेगा। अभी हाल ही में 9 सितंबर को डोरस्टेप बैंकिंग सेवा का अनावरण किया गया।  डोरस्टेप बैकिंग सेवा में वरिष्ठ नागरिक , विधवा , विकलांग, आर्मी स्टाफ , सीआरपीएफ , छात्र , सैलरी वालें कर्मचारी , कारपोरेट ग्राहक , खुदरा दुकानदार , और रेहड़ी पटरी वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। कस्टमर केयर , बेव पोर्टल और मोबाइल एप के जरिये ग्राहक डोरस्टेप बैंकिंग सेवा की गुजारिश कर सकता है। अभी चेक बुक हासिल करने और डिमांड ड्राफ्ट व डिपाँजिट रसीद मंगाने जैसी - गैर वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध है। डोरस्टेप बैकिंग के तहित सेेवा की मााँँग करते ही एजेंंट के पास इसकी सूचना चली जाएगी। ग्राहक एप या पोर्टल के जरिये यह जानकारी रख सकता है , कि उस वक्त ऐजेंट कहाँ पर है।  अगर क

भारत के नीलकंठ भानु बने दुनिया के सबसे तेज मानव कैलकुलेटर

लंदन मे आयोजित माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड (MSO) में मानसिक गणना विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर नीलकंठ भानु प्रकाश ने दुनिया के सबसे तेज मानव कैलकुलेटर के रूप में ख्याति हाशिल की है। 



नीलकंठ भानु दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस काँलेज से गणित में स्नातक कर रहे है। वह माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड प्रतियोगिता जीतने वाले पहले भारतीय बने है। 

भानु का गणित से दोस्ती का सफर

नीलकंठ भानु ने बताया कि गणित से दोस्ती का सफर पाँच वर्ष की उम्र में शुरू हुआ था। दरअसल वे 5 साल की उम्र में एक हादसे का शिकार हुयें थे। जिससे उनके सिर में चोट लगी थी। इसके बाद वह पूरे वर्ष बिस्तर पर पड़े रहे। वही चिकित्सको ने कहा था कि उनकी देखने - सुनने - समझने की क्षमता पर चोट का असर पड़ सकता है। तो वो अपने दिमाग को व्यस्त रखने के मकसद से अखवारों में छपने वाली गणित की गुत्थियों को सुलझाने लगे।
                                            
शुरुआत में स्कूली स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में भाग लिया और वह एक के बाद एक प्रतियोगिता जीतते चले गये। इसके बाद उन्होंने राज्य और उसके वाद राष्ट्रीय और फिर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं मे भाग लिया। 
 

भानु द्वारा जीते गये अवार्ड         

भानु के दुनिया में सबसे तेज मानव कैलकुलेटर होने के दावे की पुष्टि चार विश्व रिकॉर्ड और 50 लिमका रिकॉर्ड से होती है।


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