घरों तक पहुंचेगा सरकारी बैंक , मिलेगी जमा निकासी सुविधा

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 अब सरकारी बैंक आपके दरवाजे तक पहुंचेंगे। इस वर्ष अक्टूबर से ग्राहक घर पर भी नकदी जमा कराने और निकासी की सुविधा ले सकेगें। शुरुआत में 100 शहरों में यह सुविधा उपलब्ध होगी। इस काम के लिए अलग से डोरस्टेप बैंकिंग एजेंट नियुक्त किए जाएंगे। देश के सभी सरकारी बैंक डोरस्टेप बैकिंग सुविधा देगें। घर के दरवाजे पर वित्तीय सेवा हासिल करने के लिए मामूली शुल्क भी देना पड़ेगा। अभी हाल ही में 9 सितंबर को डोरस्टेप बैंकिंग सेवा का अनावरण किया गया।  डोरस्टेप बैकिंग सेवा में वरिष्ठ नागरिक , विधवा , विकलांग, आर्मी स्टाफ , सीआरपीएफ , छात्र , सैलरी वालें कर्मचारी , कारपोरेट ग्राहक , खुदरा दुकानदार , और रेहड़ी पटरी वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। कस्टमर केयर , बेव पोर्टल और मोबाइल एप के जरिये ग्राहक डोरस्टेप बैंकिंग सेवा की गुजारिश कर सकता है। अभी चेक बुक हासिल करने और डिमांड ड्राफ्ट व डिपाँजिट रसीद मंगाने जैसी - गैर वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध है। डोरस्टेप बैकिंग के तहित सेेवा की मााँँग करते ही एजेंंट के पास इसकी सूचना चली जाएगी। ग्राहक एप या पोर्टल के जरिये यह जानकारी रख सकता है , कि उस वक्त ऐजेंट कहाँ पर है।  अगर क

दुनिया की सबसे ऊंची सड़क सुरंग बनकर तैयार

 भारत में दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग बनकर तैयार हो गई है।और सितंबर 2020 से आम लोगों की आवाजाही के लिए खोल दी जाएंगी। यह सुरंग हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रे के पास बनाई गई हैं। शुरुआत में यह परियोजना 8.8 किमी लंबी थी , लेकिन पूरा होने के बाद ली गई GPS रीडिंग में इसकी लम्बाई 9 किमी निकली है। पहले इस सुरंग का नाम रोहतांग सुरंग था जिसे अभी बदलकर अटल सुरंग कर दिया गया।




सुरंग की विशेषताएं

**  यह सुरंग 10 हजार फीट की ऊंंचाई पर स्थित है।
**  इस सुरंग में प्रत्येक 150 मीटर की दूरी पर एक टेलीफोन        है।
**  इस सुरंग में प्रत्येक 250 मीटर की दूरी पर आँटोमेटिक          इंसीडेंट डिटेक्टिव सिस्टम के साथ सीसीटीवी कैमरे लगे        है।
**  इस सुरंग में प्रत्येक 60 मीटर की दूरी पर अग्निरोधी              उपकरण मौजूद हैं।
**  इस सुरंग में प्रत्येक 500 मीटर पर आपातकालीन                निकास है , और प्रत्येक 2.2 किमी पर गुफानुमा मोड़ है।

**  इस सुरंग में हर एक किलोमीटर पर हवा की गुणवत्ता            बताने वाले माँनीटर लगे है। 
**  बीआरओ अधिकारियों के मुताबिक इस सुरंग में वाहनों          की अधिकतम गति 80 किमी प्रति घंटा होगी।

**  BRO अधिकारियों के मुताबिक प्रति दिन 1500 ट्रक            और 3000 कारों द्वारा सुरंग के इस्तेमाल का अनुमान।





 अब सिर्फ 10 मिनट में पूरी होगी दूरी

पीर पंजाल की पहाड़ियों को काटकर बनाई गई सुरंग के कारण 46 किमी की दूरी कम हो गई है। यह सुरंग 13,050 फीट पर स्थित रोहतांग दर्रे के लिये वैकल्पिक मार्ग प्रदान करती है। वही मनाली वैली से लाहौल और स्पीति वैली तक पहुंचने में करीब 5 घंटे का वक्त लगता है , अब इस सुरंग से यह रास्ता करीब 10 मिनट में पूरा हो जाएगा।

यह सुरंग लाहौल और स्पीति वैली के लोगों के लिये किसी वरदान से कम नही है। क्योंकि हर साल सर्दियों में भारी बर्फबारी के दौरान यह क्षेत्र करीब छह महीने के लिए देश के शेष हिस्से से कट जाता था।


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